बसंत पंचमी के अवसर पर पुस्तक का विमोचन

मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की के कान्फ्रेंस हाॅल में प्रो0 (डाॅ0) जय शंकर प्रसाद श्रीवास्तव, अधिष्ठाता, विधि संकाय, मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की एवं सुश्री श्रीतू आनन्द, सहायक आचार्या, विधि संकाय, मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की द्वारा सम्पादित पुस्तक ‘‘चेंजिंग डाइमेन्संस आॅफ ह्यूमन राईट्स इन डिजिटल ईरा’’ का विमोचन मुख्य अतिथि प्रो0 (डाॅ0) नरेन्द्र शर्मा, कुलपति, मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की के कर-कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि प्रो0 श्रीवास्तव एवं श्रीतू आनन्द द्वारा सम्पादित पुस्तक का विमोचन करते हुए हमें हर्ष हो रहा है, यह पुस्तक प्रौद्योगिकी की निरंतर प्रगति के साथ मानवाधिकारों के बदलते आयाम पर आधारित है जो कि समसामायिक और पे्ररणादायक भी है। यह पुस्तक मानवाधिकार के क्षेत्र में हुए महत्वपूर्ण परिवर्तनों पर प्रकाश डालते हुए व्यवहारिक विश्लेषण भी करती है। इस अवसर पर प्रो0 शर्मा ने इस सम्पादित पुस्तक की अपार सफलता की कामना करते हुए कहा कि ऐसी पुस्तकें आप लोगों के द्वारा समय-समय पर प्रकाशित की जानी चाहिए जो समाज को वर्तमान परिदृश्य से परिचित कराते हुए समाज के सभी वर्गाें के उत्थान में सहायक हो सकें।
बतौर विशिष्ट अतिथि प्रो0 (डाॅ0) पंकज कुमार अग्रवाल, निदेशक शोध, मदरहुड विश्वविद्यालय, रुड़की द्वारा अपने सम्बोधन में इस पुस्तक के प्रधान सम्पादक एवं सम्पादक को बधाई देते हुए इस पुस्तक के सभी हितधारकों के लिए एक मूल्यवान संसाधन माना और कहा कि डिजिटल युग में मानवाधिकारों को संरक्षित एवं सुरक्षित कर पाना एक चुनौतिपूर्ण कार्य है जिसके सन्दर्भ में यह पुस्तक बहुत ही महत्वपूर्ण रूप से प्रकाश डालती है। इसके साथ ही उन्होंने इस पुस्तक की अपार सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि का स्वागत पुस्तक के मुख्य सम्पादक व सम्पादक द्वारा पुष्पगुच्छ देकर किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य रुप से विधि संकाय के डाॅ0 हरिचरण सिंह यादव, सह आचार्य, डाॅ0 नलनीश चन्द्र सिंह, सहायक आचार्य, डाॅ0 अखिलेश यादव, सहायक आचार्य, डाॅ0 संदीप कुमार, सहायक आचार्य, डाॅ0 श्वेता श्रीवास्तव, सहायक आचार्य, डाॅ0 जूली गर्ग, सहायक आचार्य आदि उपस्थित रहें।