एनईजीडी ने इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की पहल साइबर सुरक्षित भारत के तहत अपने 38वें सीआईएसओ डीप डाइव प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया

इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की साइबर सुरक्षित भारत पहल की संकल्पना साइबर अपराध के बारे में जागरूकता फैलाने और उसके बढ़ते खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा संबंधी पर्याप्त…

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किफायती स्वच्छ ऊर्जा समाधानों का आह्वान किया और कहा, इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, मजबूत सार्वजनिक निजी भागीदारी समय की जरूरत है

गोवा में स्वच्छ ऊर्जा मंत्रिस्तरीय (सीईएम-14) 8वें मिशन इनोवेशन (एमआई-8) बैठक को संबोधित करते हुए, जिसमें 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र…

चौथे ऊर्जा अंतरण कार्य समूह (ईटीडब्‍ल्‍यूजी) के दौरान स्वच्छ ऊर्जा पर 14वीं मंत्रिस्तरीय और 8वें मिशन की नवाचार बैठक गोवा में शुरू

गोवा सरकार गोवा द्वारा सांस्कृतिक स्वाद को दर्शाने के लिए एक सांस्कृतिक प्रदर्शन का आयोजन प्रदर्शन का समय सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक। प्रदर्शन सभी के लिए…

आरआईटी में ’’लांग सर्विस अवार्ड‘‘ सामारोह का आयोजन

पुहाना स्थित रूड़की इंस्टीटयूट ऑंफ टैक्नोलॉजी, रूड़की में ’’लांग सर्विस अवार्ड‘‘ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह कार्यक्रम संस्थान में नियमित रूप से 5 वर्ष तथा 10 वर्ष अथवा उससे…

आज की यह ऐतिहासिक घटना भारत को अंतरिक्ष और खगोल विज्ञान के रहस्यों का अध्ययन करने एवं  शेष  विश्व  के साथ साझा करने के लिए क्षमताओं के एक अलग और उच्च स्तर पर रखती  है : डॉ. जितेन्द्र सिंह

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार),  प्रधानमंत्री कार्यालय , कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल ( सेवानिवृत्त…

कृषि में उच्च शिक्षा के लिए मिश्रित शिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन

कृषि में उच्च शिक्षा के लिए मिश्रित शिक्षण पारिस्थितिकी तंत्र (ब्लेंडेड लर्निंग इकोसिस्टम फार हायर एजुकेशन इन एग्रीकल्चर) पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण…

प्रधानमंत्री ने पीएसएलवी सी53 द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों की सफल लॉन्चिंग के लिये इन-स्पेसई और इसरो को बधाई दी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पीएसएलवी सी53 मिशन द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों की सफल लॉन्चिंग के लिये इन-स्पेसई और इसरो को बधाई दी है।

वृतिका रिसर्च इंटर्नशिप

“अल्पकालिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के माध्यम से अकादमिक प्रकाशन कौशल तैयार करना” विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (एसईआरबी) द्वारा प्रायोजित एक महीने की वृतिका रिसर्च इंटर्नशिप का समापन आज वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद – राष्ट्रीय विज्ञान संचार एवं नीति अनुसंधान केंद्र (सीएसआईआर- -एनआईएससीपीआर), नई दिल्ली के विवेकानन्द हॉल में आयोजित समारोह के साथ हुआ। प्रतिभागियों ने सही स्थान पर विज्ञान संचार की मूल बातें सीखने, अनुभवी कर्मचारियों के साथ बातचीत, पिछले चार सप्ताह की अवधि में सम्बन्धित क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों द्वारा उपयोगी व्याख्यान सुनने तथा अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करने के साथ ही विज्ञान संचार के विभिन्न पहलुओं पर दिलचस्प रूप से “हैंड ऑन एक्सर्साइज़िज़” तथा आम जनता के लिए लोकप्रिय विज्ञान लेखन और विद्वानों के संचार तथा अकादमिक प्रकाशन के लिए इस तरह के एक अद्भुत अवसर का लाभ उठाते हुए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्तिगत रूप से साझा की। मुख्य वैज्ञानिक श्री आर एस जयसोमू आज सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर के कार्यवाहक निदेशक के रूप में ‘विशेष सम्मानित अतिथि (गेस्ट ऑफ ऑनर)’ थे। अपने संबोधन में उन्होंने प्रतिभागियों को एक महीने की ‘वृतिका’ रिसर्च इंटर्नशिप को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए बधाई दी। विज्ञान संचार के प्रति उनकी भागीदारी और जुनून की सराहना करते हुए श्री जयसोमु ने उन सभी से इस ‘एक महीने’ में आबंटित (असाइनमेंट) कार्य को ‘एससीआई से चयनित से किसी उत्सुक प्रतिष्ठित और अनुक्रमित पत्रिका’ में प्रकाशित करवा कर उसे जाने-माने विद्वानों के बीच संवाद में परिवर्तित करने की चुनौती को पूरा करने का आग्रह किया। शोध उन्मुख कैरियर प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर देने के साथ युवा शोध विद्वानों को प्रेरित करके इस इंटर्नशिप को एक प्रमुख पड़ाव के रूप में चिह्नित किया गया। सभी प्रतिभागियों ने सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर द्वारा इस एक महीने के लंबे इंटर्नशिप कार्यक्रम में आतिथ्य के अलावा ‘विचार के लिए भोजन (फूड फॉर थॉट)’ के सफलतापूर्वक संचालन में किए गए प्रयासों की सराहना की और ऐसे व्यावहारिक रूप से उपयोगी कार्यक्रमों का समर्थन करने के लिए एसईआरबी, डीएसटी को भी धन्यवाद दिया। वृतिका रिसर्च इंटर्नशिप कार्यक्रम के पीआई डॉ. एन. के. प्रसन्ना ने एसईआरबी – डीएसटी, सरकार से प्राप्त वित्त पोषण, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर में निदेशक, डॉ. रंजना अग्रवाल द्वारा दिए गए समर्थन और प्रोत्साहन का उल्लेख करने के साथ ही भारत सरकार के अंतर्गत सीएसआईआर – एनआईएससीपीआर की टीम द्वारा इस आयोजन के अलावा अंत में महीने भर के इंटर्नशिप कार्यक्रम में प्रतिभागियों द्वारा दिखाई गई अपनी अभिरुचि और उत्साह के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।

आठवीं अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारम्भ

विज्ञप्तिहरिद्वार। उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय एवं इण्डियन एसोसिएशन आॅफ योगा के संयुक्त तत्वाधान में ‘योग एवं संस्कृत द्वारा मानव उत्कर्ष’ पर आयोजित आठवीं अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का शुभारम्भ आज प्रातः 10ः00 बजे,…

विकसित किए गए टच-लेस टच स्क्रीन प्रौद्योगिकी लगा सकती है संपर्क से फैलने वाले वायरस पर लगाम

भारतीय वैज्ञानिकों ने कम लागत वाला एक टच-कम-प्रॉक्सिमिटी सेंसर अर्थात स्पर्श-सह-सामीप्य संवेदक विकसित करने के लिए प्रिंटिंग तकनीक के जरिये एक किफायती समाधान प्रदान किया है जिसे टचलेस टच सेंसर…