तीसरी कक्षा से एआई शिक्षा की शुरुआत: भविष्य के लिए तैयार स्कूली पाठ्यक्रम

शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग (DoSE&L) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और कम्प्यूटेशनल थिंकिंग (CT) को स्कूली शिक्षा में शामिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। विभाग ने इन विषयों को भविष्य के लिए आवश्यक कौशल के रूप में मान्यता देते हुए, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCF-SE) 2023 के तहत एक समावेशी और प्रभावशाली पाठ्यक्रम विकसित करने की प्रतिबद्धता जताई है।

इस पहल के तहत, सभी स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2026-27 से तीसरी कक्षा से एआई और सीटी की शिक्षा शुरू की जाएगी। पाठ्यक्रम निर्माण में राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, सीबीएसई, एनसीईआरटी, केवीएस और एनवीएस जैसे प्रमुख संस्थानों का सहयोग लिया जा रहा है।

एआई और सीटी न केवल सीखने और सिखाने की प्रक्रिया को सशक्त बनाएंगे, बल्कि “सार्वजनिक हित के लिए एआई” की अवधारणा को भी आगे बढ़ाएंगे। यह पहल बच्चों को नैतिक रूप से एआई का उपयोग कर जटिल समस्याओं को हल करने की क्षमता विकसित करने में मदद करेगी।

हितधारक परामर्श और विशेषज्ञ समिति

29 अक्टूबर 2025 को आयोजित एक हितधारक परामर्श में सीबीएसई, एनसीईआरटी, केवीएस, एनवीएस और अन्य विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस बैठक में सीबीएसई ने आईआईटी मद्रास के प्रोफेसर कार्तिक रमन की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया, जो एआई और सीटी पाठ्यक्रम को विकसित करेगी।

परामर्श के दौरान, DoSE&L के सचिव श्री संजय कुमार ने कहा कि एआई को एक सार्वभौमिक कौशल के रूप में देखा जाना चाहिए, जो बच्चों को उनके परिवेश से जोड़ता है। उन्होंने जोर दिया कि पाठ्यक्रम व्यापक, समावेशी और NCF-SE 2023 के अनुरूप होना चाहिए, जिसमें प्रत्येक बच्चे की विशिष्ट क्षमता को प्राथमिकता दी जाए।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नीति निर्माताओं का कार्य न्यूनतम मानक तय करना और समय के साथ उसकी समीक्षा करना है। उन्होंने शिक्षक प्रशिक्षण की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि निष्ठा के प्रशिक्षण मॉड्यूल और वीडियो-आधारित संसाधन पाठ्यक्रम के सफल कार्यान्वयन की रीढ़ बनेंगे।

NCERT और CBSE के बीच समन्वय समिति के माध्यम से पाठ्यक्रम का निर्बाध एकीकरण, संरचना और गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी। श्री कुमार ने यह भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय अनुभवों का विश्लेषण उपयोगी है, लेकिन पाठ्यक्रम भारत की आवश्यकताओं के अनुरूप होना चाहिए।

संयुक्त सचिव (आईटी) श्रीमती प्राची पांडे ने पाठ्यक्रम विकास और क्रियान्वयन के लिए तय समयसीमा का पालन करने की आवश्यकता पर बल देते हुए परामर्श का समापन किया।

प्रमुख बिंदु

  • 📘 शुरुआत: कक्षा 3 से एआई और सीटी की पढ़ाई, सत्र 2026-27 से
  • 🧠 पाठ्यक्रम निर्माण: NCF-SE 2023 के तहत समय, संसाधन और विषयवस्तु का समन्वय
  • 📚 संसाधन विकास: दिसंबर 2025 तक हैंडबुक, डिजिटल सामग्री और शिक्षण संसाधनों का निर्माण
  • 👩‍🏫 शिक्षक प्रशिक्षण: निष्ठा और अन्य संस्थानों के माध्यम से ग्रेड-विशिष्ट और समयबद्ध प्रशिक्षण कार्यक्रम