रुड़की इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के लिए अत्यंत गौरव और हर्ष का क्षण है, क्योंकि संस्था ने विद्यार्थियों के लिए भविष्य की तकनीकी दुनिया के द्वार खोलते हुए आद्या एजेंटिक एआई प्रोजेक्ट लैब का भव्य शुभारंभ किया। यह उत्तर भारत का प्रथम संस्थान है। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि श्री शायक मजूमदार (सी0इ0ओ0) आद्या लैब, प्रो. मनोज कुमार (आई0आई0टी0रुड़की) तथा विशिष्ट अतिथिगण सुश्री नेहा शर्मा (हेड ऑफ मार्केटिंग), एस. सर्वनाममुतु (सीनियर इंजीनियर), सौरव यादव (प्रोजेक्ट हेड), संस्थान के मैनेजमेन्ट ट्रस्टीज यष अग्रवाल एवं नमन बंसल, प्रो. (डॉ.) पराग जैन, निदेशक आर0आई0टी0 रुड़की तथा प्रो. एम.जे. निगम, महानिदेषक के करकमलों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई। इस अद्भुत आयोजन की शोभा बढ़ाने के लिए हरिद्वार यूनिवर्सिटी, और अमृता यूनिवर्सिटी एवं राजकमल कॉलेज हरिद्वार के छात्र भी उपस्थित रहे। आद्या द्वारा विकसित एजेंटिक ए0 आई0 कृत्रिम बुद्धिमत्ता का एक उन्नत स्वरूप है जो केवल निर्देशों का पालन नहीं करता, बल्कि यह तकनीक शिक्षा, उद्योग, अनुसंधान, ऑटोमेशन और उद्यमिता के क्षेत्रों में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने की क्षमता रखती है। इस ऐतिहासिक अवसर पर श्री शायक मजूमदार (सी0इ0ओ0) आद्या लैब ने उत्तराखण्ड की प्रथम एजेंटिक एआई लैब का उद्घाटन किया और छात्रों के साथ अत्यंत ज्ञानवर्धक सत्र साझा किया, जिसमें उन्होंने ए0आई0 के भविष्य और करियर निर्माण के अवसरों पर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान किए।
कार्यक्रम के दौरान निदेशक प्रो. (डॉ.) पराग जैन ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि “आज का दिन आर0आई0टी0 के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज होगा। एजेंटिक एआई प्रोजेक्ट लैब छात्रों को नवाचार, शोध क्षमता और तकनीकी नेतृत्व की शक्ति प्रदान करेगी। मैं सभी छात्रों से आह्वान करता हूँ कि वे केवल तकनीक के उपयोगकर्ता नहीं, बल्कि भविष्य के निर्माता बनें और भारत को वैश्विक ए0आई0 क्रांति में अग्रणी स्थान दिलाएं।” यह केवल एक प्रयोगशाला का उद्घाटन नहीं, बल्कि एक नए तकनीकी युग की शुरुआत है, जहाँ छात्र अपने विचारों को वास्तविक प्रोजेक्ट्स में परिवर्तित करते हुए भविष्य का का निर्माण करेंगे।
कार्यक्रम का संचालन डा0 रष्मि गुप्ता ने किया। कार्यक्रम में सभी संकायो के डीन, विभागाध्यक्ष, संकाय अध्यक्ष एवं छात्र बडी संख्या में उपस्थित रहे।

