प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पीएसएलवी सी53 मिशन द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों की सफल लॉन्चिंग के लिये इन-स्पेसई और इसरो को बधाई दी है।
Category: Science
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विकसित किए गए टच-लेस टच स्क्रीन प्रौद्योगिकी लगा सकती है संपर्क से फैलने वाले वायरस पर लगाम
भारतीय वैज्ञानिकों ने कम लागत वाला एक टच-कम-प्रॉक्सिमिटी सेंसर अर्थात स्पर्श-सह-सामीप्य संवेदक विकसित करने के लिए प्रिंटिंग तकनीक के जरिये एक किफायती समाधान प्रदान किया है जिसे टचलेस टच सेंसर…
NEW TECHNOLOGY FOR ENERGY STORAGE
The government is supporting research projects for enhancing the technology for storage of energy. Several academic institutions and Research and Development laboratories viz. Indian Institute of Technology Kanpur (IIT Kanpur), Indian…
PM launches Indian Space Association
The Prime Minister, Shri Narendra Modi launched Indian Space Association (ISpA) today via video conferencing. He also interacted with representatives of the Space Industry on the occasion. Addressing the gathering,…
विस्फोटकों का तेजी से पता लगाने के लिए कम लागत वाला इलेक्ट्रॉनिक पॉलीमर आधारित सेंसर विकसित किया गया
भारतीय वैज्ञानिकों ने पहली बार उच्च-ऊर्जा विस्फोटकों में प्रयुक्त नाइट्रो-एरोमैटिक रसायनों का तेजी से पता लगाने के लिए तापीय रूप से स्थिर (थर्मली स्टेबल) और कम लागत लागत वाला इलेक्ट्रॉनिक…
ऊर्जा-दक्ष दीवारों के लिए निर्माण एवं तोड़-फोड़ वाले कचरे के इस्तेमाल से कम मात्रा में कार्बन वाली ईंटें विकसित की गईं
Researchers have developed a technology to produce energy-efficient walling materials using construction and demolition (C&D) waste and alkali-activated binders. These are called low-C bricks, do not require high-temperature firing, and avoid the use of high-energy materials such as Portland cement. The technology will also solve the disposal problems associated with C&D waste mitigation.
तारों में रासायनिक मात्रा की गणना के आकलन में वैज्ञानिक चुनौती का समाधान उनके इतिहास को बेहतर ढंग से जानने में मदद कर सकता है
Resolution of scientific challenge in calculating chemical abundance in stars can help explore their history better